बस्तर में मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जिले में अब तक 1500 से अधिक लोग मलेरिया से संक्रमित हो चुके हैं और दो लोगों की मौत हो चुकी है।
बस्तर में मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जिले में अब तक 1500 से अधिक लोग मलेरिया से संक्रमित हो चुके हैं और दो लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके में मेडिकल कैंप लगाए हैं। मलेरिया से प्रभावित लोगों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
बस्तर के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं। विभाग ने फॉगिंग और दवा का छिड़काव शुरू कर दिया है ताकि मच्छरों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि वे स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया जा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मलेरिया के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण मानसून के दौरान मच्छरों की बढ़ती संख्या है। ग्रामीण इलाकों में साफ-सफाई की कमी और जलजमाव की समस्या मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण है। स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे मलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें, जैसे मच्छरदानी का उपयोग, घरों के आसपास पानी जमा न होने देना और नियमित रूप से फॉगिंग कराना।
सरकार ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं ताकि मलेरिया को रोका जा सके। इसके अलावा, जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि लोग मलेरिया के लक्षणों को पहचान सकें और समय पर इलाज करा सकें।