छत्तीसगढ़ के खेल संगठनों की महत्वपूर्ण बैठक यूनियन क्लब में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश के सभी खेल संघों के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के खेल संगठनों की महत्वपूर्ण बैठक यूनियन क्लब में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश के सभी खेल संघों के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया। सभी ने छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव पद के लिए गुरुचरण सिंह होरा के नाम पर अपनी ठोस सहमति जताई। इस सहमति से यह स्पष्ट हो गया कि गुरुचरण सिंह होरा को 2024 के ओलंपिक संघ चुनाव में एक बार फिर महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
बैठक में छत्तीसगढ़ के खेल संघों के पदाधिकारियों ने गुरुचरण सिंह होरा के नेतृत्व की सराहना की और उनके कार्यकाल की सफलताएं गिनाईं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह बैठक छत्तीसगढ़ राज्य खेल संघ और जिला खेल संघ के सभी पदाधिकारियों की एकजुटता का प्रमाण है, जिन्होंने गुरुचरण सिंह होरा को महासचिव पद के लिए पुनर्नियुक्त करने के पक्ष में निर्णय लिया।
यूनियन क्लब के अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बैठक में प्रदेश सरकार की खेलों के प्रति दी जा रही प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सरकार ने खेल और खिलाड़ियों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रदेश भर में खेल आयोजनों की संख्या में इजाफा हुआ है और खिलाड़ियों को बेहतरीन प्रशिक्षण की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय स्तर पर चमक रहा है।
गुरुचरण सिंह होरा ने सभी खेल संगठनों के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया और उन्हें महासचिव के रूप में पुनर्नियुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह समर्थन उनकी जिम्मेदारी को और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
बैठक में अनिल पुसदकर, जीएस बांभरा, नौशाद खान, विनोद राठी, कुलदीप जुनेजा, समीर खान, दलजीत सिंह, अभिजीत मिश्रा, ज्योति सिंह, प्रमोद सिंह ठाकुर, कमलजीत अरोरा और कई अन्य प्रमुख खेल व्यक्तित्व भी मौजूद थे, जिन्होंने एक स्वर में गुरुचरण सिंह होरा के नाम पर अपनी सहमति व्यक्त की और ओलंपिक संघ के कार्यों की सफलता की कामना की।
इस महत्वपूर्ण निर्णय के बाद, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ अब एक नई दिशा में आगे बढ़ेगा, जिसमें गुरुचरण सिंह होरा के नेतृत्व में खेल गतिविधियों को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाने की पूरी संभावना है।