रायपुर: कैग (कंप्ट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है।
रायपुर: कैग (कंप्ट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है।
स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल का बयान:
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट 2016 से 2022 तक की है और यह कांग्रेस कार्यकाल के दौरान की गड़बड़ियों को उजागर करती है। उन्होंने कहा, "रिपोर्ट एक सतत प्रक्रिया का हिस्सा है। कांग्रेस के नेता अगर रिपोर्ट में गड़बड़ी मानते हैं, तो यह रिपोर्ट उनके कार्यकाल की है। राज्य में विशेषज्ञों और पैरामेडिकल स्टोर की कमी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ विशेष उपकरणों की खरीदी में अनियमितता की आशंका है, जिसकी जांच चल रही है। सीएजी की रिपोर्ट से जांच में सहूलियत मिलेगी।"
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का जवाब:
डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट पुरानी है और उस समय देश कोरोना संकट से जूझ रहा था। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने सीएमएचओ और अन्य अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। "हमारे कार्यकाल में मलेरिया और डायरिया उन्मूलन के लिए कई प्रयास किए गए थे। स्पेशलाइजेशन खोलने की तैयारी थी, लेकिन यह पूरी नहीं हो सकी। इसलिए रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ियां हो सकती हैं, लेकिन हमारे काम की गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।"