मंगलवार तड़के केरल के वायनाड जिले में हुई एक विनाशकारी भूस्खलन ने इलाके में तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक नवजात भी शामिल है।
वायनाड, केरल:
मंगलवार तड़के केरल के वायनाड जिले में हुई एक विनाशकारी भूस्खलन ने इलाके में तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक नवजात भी शामिल है। घटना मेप्पाडी के पास एक पहाड़ी क्षेत्र में हुई, जिससे सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
राहत कार्यों में तेजी
भूस्खलन के तुरंत बाद, केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राहत और बचाव के लिए फायर फाइटर्स और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया है। इन टीमों ने मलबे को हटाने और फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री का संज्ञान
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस गंभीर स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सभी सरकारी एजेंसियां मेप्पाडी और आसपास के क्षेत्रों में खोज और बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी और समन्वय के लिए राज्य के मंत्रियों को वायनाड भेजने की घोषणा की है।
नवजात की दुखद मौत
वायनाड जिले के थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक वर्षीय बच्चे की भूस्खलन में मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और लोगों को आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
बचाव कार्य में कठिनाइयां
कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है, ताकि राहत प्रयासों को और गति दी जा सके। हालांकि, लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है। स्थानीय निवासियों ने कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई है, जिससे राहत कार्यों की गति प्रभावित हो रही है।