छत्तीसगढ़ PSC घोटाले में CBI ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से श्रम पदाधिकारी बनीं सुनीता जोशी के घर पर छापा मारा। घोटाले की जांच के लिए CBI की छापेमारी जारी है।
छत्तीसगढ़ PSC घोटाले के संदर्भ में CBI की छापेमारी जारी
महासमुंद (Chhattisgarh): छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) के विवादास्पद घोटाले की जांच में सीबीआई ने बुधवार को महासमुंद जिले के ग्राम हरदी में छापेमारी की। इस छापेमारी का मुख्य लक्ष्य श्रम पदाधिकारी सुनीता जोशी के मायके वाले घर पर था। सुनीता जोशी का चयन 2023 में CGPSC के माध्यम से श्रम पदाधिकारी के पद पर हुआ था, जबकि पहले वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही थीं।
सीबीआई की कार्रवाई
सीबीआई की टीम ने इस मामले में महासमुंद के अलावा रायपुर, दुर्ग, धमतरी और बिलासपुर जिलों में भी छापेमारी की। इस घोटाले में छत्तीसगढ़ PSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के रिश्तेदारों के चयन की अनियमितताओं के आरोप हैं। टामन सिंह सोनवानी के कार्यकाल के दौरान PSC में उनके पांच रिश्तेदारों को प्रमुख पदों पर चयनित किया गया था।
इस घोटाले ने राज्य के विधानसभा चुनावों में भी एक बड़ा मुद्दा पैदा किया था। भाजपा सरकार ने सत्ता परिवर्तन के बाद इस मामले की जांच CBI को सौंप दी थी। छत्तीसगढ़ PSC में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के आरोपों के चलते युवाओं और बेरोजगारों के बीच भारी नाराजगी देखी गई थी।
गहराई से जांच जारी
सीबीआई की टीम ने इस मामले में मीडिया से दूरी बनाए रखी है और अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और साक्ष्य एकत्र किए गए हैं।
संबंधित लोगों के बयान
छत्तीसगढ़ PSC में हुए इस घोटाले ने कई बेरोजगार युवाओं को गहरा धक्का पहुँचाया है। ईमानदारी से मेहनत करने वाले छात्रों ने महसूस किया कि भ्रष्टाचार और पहुंच के कारण उनकी मेहनत व्यर्थ हो गई। इस पर राज्य के लोगों और युवाओं के बीच गहरी चिंता और नाराजगी है।
Published by News Plus 7 and Powered by Akshayani IT Solutions Pvt. Ltd.