Uphar Himayat Foundation: बिहार के उपहार हिमायत फाउंडेशन पर भर्ती प्रक्रिया के नाम पर फर्जीवाड़ा का आरोप, 25,000 से अधिक पदों की घोषणा लेकिन चयन प्रक्रिया में धोखाधड़ी का खुलासा। एनजीओ का पंजीकरण विवरण और लगभग ₹1,20,00,000 से ₹2,40,00,000 की फर्जी फी
बिहार: उपहार हिमायत फाउंडेशन, एक निजी गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) जो कि बिहार में कार्यरत है, ने हाल ही में 25,000 से अधिक भर्तियों की घोषणा की है। हालांकि, अब यह खुलासा हुआ है कि इस एनजीओ ने भर्ती प्रक्रिया के नाम पर लोगों को धोखा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, उपहार हिमायत फाउंडेशन की वेबसाइट पर 100% चयन की बात कही गई थी, लेकिन अब तक सभी आवेदकों की नियुक्ति पूरी नहीं हुई है। इसके अतिरिक्त, एनजीओ का ईमेल आईडी (uphaar.india.gov@gmail.com) सरकारी होने का दावा करता है, जबकि यह एक निजी एनजीओ है।
हाल ही में, उपहार हिमायत फाउंडेशन ने शिक्षक पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे और चयन प्रक्रिया के लिए ज़ूम पर साक्षात्कार आयोजित किए जा रहे थे। इस मामले में आरोप लगाया गया है कि एनजीओ ने इस प्रक्रिया का उपयोग लोगों से पैसे और व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया है।
एनजीओ के संपर्क और पंजीकरण विवरण के अनुसार, इसका पंजीकरण सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत हुआ है, और इसके द्वारा संचालित की गई वेबसाइट में NGO और सामाजिक संगठन के पंजीकरण की जानकारी उपलब्ध है। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि इस एनजीओ का ईमेल आईडी सरकारी प्रतीत होता है, जबकि इसकी स्थिति और गतिविधियाँ एक निजी एनजीओ की हैं।
आवेदन की फीस लगभग ₹100 से ₹200 के बीच थी, और यदि 1,20,000 आवेदन आए हैं, तो इस फर्जीवाड़े के जरिए एकत्रित की गई कुल राशि ₹1,20,00,000 से ₹2,40,00,000 के बीच हो सकती है।
सरकारी दिखने वाले ईमेल आईडी और वेबसाइट का उपयोग करके इस प्रकार की धोखाधड़ी का मामला तूल पकड़ चुका है। यह साफ है कि इस प्रकार की फर्जी भर्तियों से लोगों को सावधान रहना चाहिए और केवल मान्यता प्राप्त और सरकारी स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
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