महासमुंद वनमण्डल में वन्यजीव तस्करी का खुलासा: चितल और तेंदुए की खाल के साथ पांच आरोपी गिरफ्तार

Date: 2024-11-16 02:20:15

महासमुंद वनमण्डल के बागबाहरा वनपरिक्षेत्र में वन विभाग ने चितल और तेंदुए की खाल के साथ पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

महासमुंद वनमण्डल में वन्यजीव तस्करी का खुलासा: चितल और तेंदुए की खाल के साथ पांच आरोपी गिरफ्तार

महासमुंद वनमण्डल के बागबाहरा वनपरिक्षेत्र में वन्यजीव तस्करी का मामला सामने आया है, जहां ओंकारबंद इलाके से चितल की खाल और तेंदुए के खाल के टुकड़े के साथ पांच आरोपियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में उदन्ती के उपसंचालक को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग चितल की खाल बेचने की योजना बना रहे हैं। जानकारी मिलने पर उपसंचालक की टीम ने खरीददार बनकर ओंकारबंद में दस हजार रुपये में सौदा तय किया। जैसे ही आरोपी खाल लेकर पहुंचे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।


गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मानसिंग (40 वर्ष) निवासी चुरकी, सुकालु (45 वर्ष) निवासी मरार कसीबाहरा, हरक (40 वर्ष) निवासी मरार कसीबाहरा, गिरधर ध्रुव (38 वर्ष) निवासी चुरकी और पिलाराम बेलदार (50 वर्ष) निवासी चुरकी के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि एक माह पूर्व ओंकारबंद के जंगल में चितल का शिकार किया था, जिसका मांस खा लिया और अब खाल को बेचने की योजना थी। वन विभाग की टीम ने चितल की पूरी खाल और तेंदुए के सिर का खाल जब्त कर लिया, जिसका आकार 4 इंच लम्बाई और 4 इंच चौड़ाई में है।


वन विभाग ने इस मामले में वन प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39(3), 44(1), 48 और 51 के तहत केस दर्ज कर बागबाहरा न्यायालय में पेश किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ आदतन शिकारी हैं।

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