6 साल के पाकिस्तानी बच्चे ने 5 रुपये का सिक्का निगल लिया। सफदरजंग अस्पताल के Dr. Shyam Sundar ने एंडोस्कोपी तकनीक से केवल एक घंटे में सिक्का निकाला। जानें पूरी खबर।
नई दिल्ली, भारत:
6 साल के मासूम बच्चे की जिंदगी संकट में पड़ गई जब उसने खेल-खेल में 5 रुपये का सिक्का निगल लिया। पाकिस्तान से भारत अपने रिश्तेदारों के साथ आए इस बच्चे को तुरंत सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने अपनी कुशलता और आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए केवल एक घंटे के भीतर सिक्के को सफलतापूर्वक बाहर निकाल दिया।
घटना का विवरण
बच्चे ने गलती से 5 रुपये का सिक्का निगल लिया, जो उसकी श्वसन नली में फंस गया। इसके चलते उसे सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। परिजन तुरंत उसे सफदरजंग अस्पताल लेकर पहुंचे।
डॉ. श्याम सुंदर का त्वरित और अनोखा इलाज
अस्पताल पहुंचने के बाद, डॉ. श्याम सुंदर और उनकी टीम ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने बिना किसी सर्जरी के एंडोस्कोपी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए केवल एक घंटे के भीतर सिक्के को बाहर निकाल लिया।
उन्होंने बताया, "अगर सिक्का और देर तक नली में फंसा रहता, तो यह जानलेवा साबित हो सकता था। एंडोस्कोपी के जरिए हमने बच्चे को राहत दी।"
क्या है एंडोस्कोपी तकनीक?
एंडोस्कोपी एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है, जिसमें गले के अंदर एक विशेष उपकरण और कैमरे की मदद से फंसी हुई वस्तु को निकाला जाता है। यह प्रक्रिया सर्जरी के बिना पूरी की जाती है और समय की बचत करती है।
परिवार का आभार
बच्चे के परिवार ने सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों का आभार जताते हुए कहा, "डॉक्टरों ने हमारे बच्चे की जान बचाकर हमें बड़ी राहत दी। इतनी तेजी से इलाज होना वाकई चमत्कार जैसा था। हम भारत के चिकित्सा क्षेत्र की तारीफ करते हैं।"
डॉक्टर की सलाह
डॉ. श्याम सुंदर ने कहा, "माता-पिता को बच्चों को छोटी वस्तुओं से दूर रखना चाहिए। बच्चे अक्सर खेल-खेल में ऐसी चीजें निगल लेते हैं, जो उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं। किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचना चाहिए।"