रायपुर की श्वेता दीवान ने छत्तीसगढ़ सिविल जज परीक्षा 2023 में पहला स्थान प्राप्त किया। संघर्ष और मेहनत से उन्होंने यह सफलता हासिल की। जानिए उनकी प्रेरणादायक कहानी।
रायपुर: छत्तीसगढ़ सिविल जज परीक्षा 2023 का परिणाम बुधवार देर रात घोषित हुआ, जिसमें राजधानी रायपुर की श्वेता दीवान ने पहला स्थान हासिल कर प्रदेश और अपने परिवार का नाम रोशन किया। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में 49 पदों के लिए चयन प्रक्रिया हुई थी, जिसमें इंटरव्यू राउंड तक कुल 150 अभ्यर्थी पहुंचे।
श्वेता की सफलता की कहानी:
श्वेता दीवान की इस सफलता ने उन्हें संघर्ष और समर्पण का प्रतीक बना दिया है। उन्होंने एक 17 महीने के बच्चे की देखभाल के साथ अपनी तैयारी को जारी रखा। श्वेता ने अपने पति, माता-पिता, भाई, सास और ननद को अपनी सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने कहा, "यह सफलता मेरे परिवार के सहयोग के बिना संभव नहीं थी।"
दूसरे प्रयास में पाई कामयाबी:
श्वेता ने बताया कि यह उनका दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में उनकी डिलीवरी और परीक्षा की तारीखें एक साथ होने के कारण वह इंटरव्यू तक पहुंचने के बाद चयनित नहीं हो पाईं। उन्होंने कहा, "पहली असफलता के बाद मैंने तय किया कि इस बार मुझे सफल होना है। मैंने लगातार मेहनत की और सकारात्मक सोच बनाए रखी।"
अभ्यर्थियों को दी सलाह:
श्वेता ने CGPSC की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों से कहा, "अपने परिवार का साथ लें और निरंतर अभ्यास करें। सही गाइडेंस और अच्छे मेंटर का होना भी बेहद जरूरी है।"
परिवार और शिक्षकों की सराहना:
- श्वेता के पति सुयश धार दीवान, जो एक फॉरेस्ट अधिकारी हैं, ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा,
"यह सफलता आपकी दृढ़ता और समर्पण को दर्शाती है। कानून में आपका करियर बेहद उज्ज्वल हो।" - चाणक्य लॉ एकेडमी के शिक्षक नितिन नामदेव ने कहा,
"श्वेता ने विषम परिस्थितियों में भी शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी मेहनत और संघर्ष के कारण यह सफलता संभव हुई।"
श्वेता की उपलब्धि का महत्व:
श्वेता दीवान की सफलता केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो परिवार और करियर के बीच संतुलन बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उनका समर्पण और दृढ़ संकल्प साबित करता है कि सही दिशा में प्रयास से कोई भी सपना साकार हो सकता है।